जानिए समंदर में उठने वाले बवंडर के पीछे का साइंस

बिपरजॉय को लेकर पूरा देश चिंतित है. ऐसे में सभी जानना चाहते हैं कि आखिर समंदर में तूफान कैसे पैदा होता है. 

समंदर में जो तूफान आता है उसे हम साइक्लोन या चक्रवात कहते हैं. 

साइक्लोन शब्द को ग्रीक भाषा के साइक्लोस से लिया गया है. 

चक्रवात समुद्र के ऊपर बनने वाला गोलाकार तूफान होता है. 

ये अपने साथ भारी बारिश और तेज हवाएं लेकर आते हैं. कभी-कभी ये इतने खतरनाक हो जाते हैं कि अपने साथ तबाही लेकर आते हैं.

तूफान अक्सर समुद्र का तापमान बढ़ने और उसके ऊपर मौजूद हवा के गर्म और नम हवा में होने बदलावों से आता है.

इन बदलावों की वजह से जिस एरिया में वो हवा होती है वो एरिया खाली हो जाता है. जिसके कारण नीचे की तरफ वायु दाब या हवा का प्रेशर कम हो जाता है.

खाली हवा को भरने के लिए आसपास की जो ठंडी हवा होती हैं वो पहुंचती है. जिसके बाद ये नई हवा भी गर्म और नम बनकर ऊपर उठती जाती हैं. 

जिसके बाद इसका साइकिल शुरू हो जाता है और उससे बादल बनने शुरू हो जाते हैं.

ये बादल जब ज्यादा बनने लगते हैं तो साइक्लोन साइकिल बन जाती है और तेजी से घूमने लगती है.

तेजी से बन रही इस साइक्लोन साइकिल का एक सेंटर भी होता है जिसे हम सेंटर आई कहते हैं.

जब हवा की स्पीड 39 मील प्रति घंटे होती है तो इसे ट्रॉपिकल स्टॉर्म कहा जाता है. 

जबकि जब हवा की स्पीड 74 मील प्रति घंटे (119 किमी प्रति घंटे) तक पहुंच जाती है, तो तूफान को ट्रॉपिकल साइक्लोन या हरिकेन कहा जाता है.