दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से खत लिखकर साथ में काम करने की अपील की है.
हालांकि, इससे पहले भी दिल्ली में कई बार बाढ़ जैसे हालात या बाढ़ आई है.
साल 1908 में दिल्ली में जून और जुलाई में भीषण बाढ़ आई थी. जिसके परिणामस्वरूप काफी क्षति हुई और जानमाल की हानि हुई थी.
1947 में भारत के विभाजन के दौरान, दिल्ली को भारी बारिश के कारण बाढ़ का सामना करना पड़ा, जिससे विस्थापन और क्षति हुई थी.
दिल्ली में सितंबर 1955 में बाढ़ आई, जिसके कारण शहर के अलग-अलग हिस्से प्रभावित हुए थे.
जुलाई 1978 में, दिल्ली को एक बाढ़ की घटना का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप जलभराव हुआ था और बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ.
जुलाई 1988 में भारी बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी, जिससे काफी नुकसान हुआ था.
2010 में भारी बारिश के कारण दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में बाढ़ आ गई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया और संपत्ति को नुकसान हुआ था.
जून 2013 में, दिल्ली में भारी बारिश हुई और उसके बाद निचले इलाकों में बाढ़ आ गई, जिससे निवासियों को असुविधा हुई थी.
जुलाई 2018 में, भारी मानसूनी बारिश के कारण दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई, जिससे दैनिक जीवन प्रभावित हुआ था और यातायात जाम हो गया था.
अगस्त 2021 में भी दिल्ली में काफी बारिश हुई थी. जिससे जलभराव हो गया था.