हमारी धरती के लिए क्यों जरूरी है चांद
क्या आपने कभी सोचा है कि अगर चांद न होता तो क्या होता? आपको बता दें कि अगर चांद नहीं होता तो हमारी धरती वैसी नहीं होती जैसी कि ये आज है.
चांद का होना धरती के लिए बहुत जरूरी है. चांद धरती का अकेला प्राकृतिक उपग्रह या सैटेलाइट है.
अगर चांद न होता तो धरती अपनी जगह पर नहीं टिकी होता क्योंकि चांद के गुरुत्वाकर्षण की वजह से ही धरती अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी रहती है.
धरती की अस्थिरता को नियंत्रित करके चांद इसे मानव जाति के लिए ज्यादा रहने योग्य ग्रह बनाता है.
कहते हैं कि चंद्रमा धरती पर समय, ज्वार-भाटा और रोशनी को प्रभावित करता है.
बहुत से जीवों जैसे पक्षियों को माइग्रेशन और नैविगेशन के लिए चंद्रमा की मदद चाहिए होती है. लूनर सायकल धरती पर समय की गणना के लिए जरूरी है.
समुद्र में हाई टाइड यानी ज्यादा ऊंची लहरें (ज्वार) और लो टाइड यानी छोटी लहरें (भाटा) चांद के गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से बनती हैं.
धरती का जो सिरा चांद के सबसे करीब होता है वहां हाई टाइड आता है और जो सिरा चांद की उल्टी तरफ है वहां लो टाइड आता है.