भारत में सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने से इनकार कर दिया है. हालांकि इसके साथ ही CJI ने समलैंगिक जोड़ों के साथ भेदभाव को खत्म करने को लेकर कई निर्देश भी दिए.
दुनिया के 34 देशों में समलैंगिक विवाह को मान्यता दी गई है. इसमें 23 ऐसे देश हैं, जहां कानूनी तौर पर सेम सेक्स मैरिज को मान्यता दी गई है.
नीदरलैंड दुनिया का पहला ऐसा देश था, जिसने सेम सेक्स मैरिज को मान्यता दी थी. साल 2001 में इस देश में समलैंगिक विवाह को मान्यता मिली थी.
साउथ अफ्रीका साल 2006 में सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने वाला अफ्रीका का पहला देश बना. कोर्ट के आदेश से कानूनी मान्यता मिली.
एशिया में समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला पहला देश ताइवान है. ताइवान ने साल 2019 में इसको मान्यता दी थी.
ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, फिनलैंड, स्वीडन, आइसलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम, चिली, मेक्सिको, न्यूजीलैंड, नॉर्वे और स्पेन में समलैंगिक विवाह मान्य है.
दुनिया के कई देशों में सेम सेक्स मैरिज पूरी तरह से बैन है. इनमें से कई देशों में इसके लिए मौत की सजा का प्रावधान है.
दुनिया के 64 देशों में सेम सेक्स मैरिज अस्वीकार्य है. यहां इस रिलेशनशिप को अपराध माना जाता है.
पाकिस्तान, अफगानिस्तान, यूएई, कतर, ईरान, सोमालिया और युगांडा में मौत की सजा तक का प्रावधान है.