(Photos Credit: Getty)
ट्रेन में हर रोज लाखों लोग सफर करते हैं. भारत के लगभग हर हिस्से में ट्रेन चलती है. ट्रेन में कई सारे कोच होते हैं.
सामान्य तौर पर ट्रेन में जनरल, स्लीपर और एसी कोच होते हैं. एसी कोट हमेशा ट्रेन में बीच में ही होते हैं.
ट्रेन में AC कोच बीच में ही क्यों होते हैं? आइए इस बारे में जानते हैं.
एसी कोच महंगे होते हैं और उनमें यात्रा करने वाले यात्री आमतौर पर अधिक किराया देते हैं. बीच में रखने से ये टक्कर या दुर्घटना की स्थिति में अधिक सुरक्षित रहते हैं.
डबल विंडो, मोटी दीवारें, मशीनरी आदि के कारण एसी कोच भारी होते हैं. इन्हें बीच में रखने से पूरी ट्रेन का बैलेंस और स्थिरता बनी रहती है.
एसी कोचों को बीच में रखने से दोनों तरफ के सामान्य डिब्बों से संतुलित पहुंच मिलती है, जिससे गेट्स और प्लेटफॉर्म पर भीड़ कम होती है.
इंजन से दूरी जरूरी है. इंजन के पास अधिक कंपन और शोर होता है. एसी यूनिट्स की परफॉर्मेंस बनी रहे, इसके लिए इन्हें बीच में रखा जाता है.
प्लेटफॉर्म पर आसान एक्सेस होता है. बीच में होने से यात्रियों को प्लेटफॉर्म के दोनों सिरों से एसी कोच तक पहुंचना आसान होता है.
कम किराए वाले डिब्बों को एंट्री/एग्ज़िट के पास रखा जाता है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. ये भी एक वजह है.
एसी कोच के पावर कनेक्शन और जनरेटर कोच अक्सर SLR के पास होते हैं, जिससे बीच में रखना सही माना जाता है.
नोट- यहां बताई गईं सभी जानकारी सामान्य जानकारी पर आधारित है. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.