जानिए हनुमान जी को क्यों
कहा जाता है संकटमोचन
मंगलवार के दिन को हनुमान जी की पूजा के लिए खास माना जाता है. मान्यता है कि हनुमान जी धरती पर आज भी मौजूद हैं.
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मान्यता है कि जहां भी अखंड रामायण का पाठ श्रद्धापूर्वक किया जाता है, वहां हनुमान जी किसी न किसी रूप में जरूर पहुंचते हैं.
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उन्हें बजरंगबली और महावीर जैसे नामों से लोग पुकारते हैं. उनका एक नाम संकटमोचन भी है. ये नाम कैसे पड़ा आइए जानते हैं इसके बारे में.
मान्यता है कि त्रेतायुग में जब भगवान राम पर संकट आए तो हनुमान जी पूरी निष्ठा और भक्ति के साथ उनके सहायक बनकर रहे और बड़े से बड़े संकट को दूर किया.
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उन्होंने बहादुरी से रावण की लंका में आग लगाई और अपनी स्वामी भक्ति का प्रमाण दिया.
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लक्ष्मण मूर्छित हुए तो संजीवनी बूटी के नाम पर पूरा पहाड़ ही उठा लाए.
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सीता को रावण से बचाने के लिए श्रीराम और वानर सेना के साथ मिलकर लंका पर आक्रमण किया. श्रीराम के संकट को दूर करने के कारण उन्हें संकटमोचन का नाम मिला.
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